Saturday 8 October 2016

Viral Photos : ये है बिग बी की नातिन नव्या का सोशल मीडिया जलवा

Navya naveli party photos
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की नातिन नव्या नवेली नंदा आजकल आए दिन सुर्खियां बटोर रही है, हाल ही में नव्या की पार्टी फोटोज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. इन पिक्चर्स में नव्या अपने दोस्तों के साथ पार्टी एन्जॉय करते हुए नजर आ रही है, नव्या की दोस्तों के साथ पार्टी फोटोज प्रायः सोशल मीडिया पर धमाल मचाती रहती है.

Navya naveli photos
आपको जानकारी हो तो कुछ दिन पहले एंग्री मेन ने अपनी पोती और नातिन को एक प्यार भरा खत लिखा था जो दिल को छू लेने वाला था, जिसके बाद से ही नव्या काफी सुर्ख़ियों में बनी हुई है. अमित जी ने खत में समाज में महिलाओं को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी और अपनी पोती और नातिन को इसी खत के माध्यम से कहा था की तुम हिम्मत के साथ समाज का सामना करो और अपने फैसले समझदारी से लेना. 

Amitabh grand daughter navya
आज समाज को ऐसे ही पिता, भाई, पति और दादा-नाना की जरुरत है जो आने वाली पीढ़ी को जागरूक करे और उनको समाज में जीने के लिए हिम्मत दे.

Related Articles-

Viral Photos : ये है बिग बी की नातिन नव्या का सोशल मीडिया जलवा

Navya naveli party photos
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की नातिन नव्या नवेली नंदा आजकल आए दिन सुर्खियां बटोर रही है, हाल ही में नव्या की पार्टी फोटोज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. इन पिक्चर्स में नव्या अपने दोस्तों के साथ पार्टी एन्जॉय करते हुए नजर आ रही है, नव्या की दोस्तों के साथ पार्टी फोटोज प्रायः सोशल मीडिया पर धमाल मचाती रहती है.

Navya naveli photos
आपको जानकारी हो तो कुछ दिन पहले एंग्री मेन ने अपनी पोती और नातिन को एक प्यार भरा खत लिखा था जो दिल को छू लेने वाला था, जिसके बाद से ही नव्या काफी सुर्ख़ियों में बनी हुई है. अमित जी ने खत में समाज में महिलाओं को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी और अपनी पोती और नातिन को इसी खत के माध्यम से कहा था की तुम हिम्मत के साथ समाज का सामना करो और अपने फैसले समझदारी से लेना. 

Amitabh grand daughter navya
आज समाज को ऐसे ही पिता, भाई, पति और दादा-नाना की जरुरत है जो आने वाली पीढ़ी को जागरूक करे और उनको समाज में जीने के लिए हिम्मत दे.

Related Articles-

Viral Photos : ये है बिग बी की नातिन नव्या का सोशल मीडिया जलवा

Navya naveli party photos
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की नातिन नव्या नवेली नंदा आजकल आए दिन सुर्खियां बटोर रही है, हाल ही में नव्या की पार्टी फोटोज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. इन पिक्चर्स में नव्या अपने दोस्तों के साथ पार्टी एन्जॉय करते हुए नजर आ रही है, नव्या की दोस्तों के साथ पार्टी फोटोज प्रायः सोशल मीडिया पर धमाल मचाती रहती है.

Navya naveli photos
आपको जानकारी हो तो कुछ दिन पहले एंग्री मेन ने अपनी पोती और नातिन को एक प्यार भरा खत लिखा था जो दिल को छू लेने वाला था, जिसके बाद से ही नव्या काफी सुर्ख़ियों में बनी हुई है. अमित जी ने खत में समाज में महिलाओं को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी और अपनी पोती और नातिन को इसी खत के माध्यम से कहा था की तुम हिम्मत के साथ समाज का सामना करो और अपने फैसले समझदारी से लेना. 

Amitabh grand daughter navya
आज समाज को ऐसे ही पिता, भाई, पति और दादा-नाना की जरुरत है जो आने वाली पीढ़ी को जागरूक करे और उनको समाज में जीने के लिए हिम्मत दे.

Related Articles-

Viral Photos : ये है बिग बी की नातिन नव्या का सोशल मीडिया जलवा

Navya naveli party photos
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की नातिन नव्या नवेली नंदा आजकल आए दिन सुर्खियां बटोर रही है, हाल ही में नव्या की पार्टी फोटोज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. इन पिक्चर्स में नव्या अपने दोस्तों के साथ पार्टी एन्जॉय करते हुए नजर आ रही है, नव्या की दोस्तों के साथ पार्टी फोटोज प्रायः सोशल मीडिया पर धमाल मचाती रहती है.

Navya naveli photos
आपको जानकारी हो तो कुछ दिन पहले एंग्री मेन ने अपनी पोती और नातिन को एक प्यार भरा खत लिखा था जो दिल को छू लेने वाला था, जिसके बाद से ही नव्या काफी सुर्ख़ियों में बनी हुई है. अमित जी ने खत में समाज में महिलाओं को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी और अपनी पोती और नातिन को इसी खत के माध्यम से कहा था की तुम हिम्मत के साथ समाज का सामना करो और अपने फैसले समझदारी से लेना. 

Amitabh grand daughter navya
आज समाज को ऐसे ही पिता, भाई, पति और दादा-नाना की जरुरत है जो आने वाली पीढ़ी को जागरूक करे और उनको समाज में जीने के लिए हिम्मत दे.

Related Articles-

Thursday 6 October 2016

उड़ान पंखो से नही बल्कि होसलो से होती है



बच्चो के हाथ मे जैसे ही कोई नए किताब आती है |वे झट से उसे उलटना –पलटना शुरू कर देते है |उनमे एक उतावलापन होता है |चित्र निहारने का ,कविता ओर कहानियो के बारे मे जानने का खेलने-कूदने का आदि बच्चे हर चीज का भरपूर फ़ायदा उठाना चाहते है ।

हमे उन्हे रोकना नहीं चाहिए,क्योंकि कोई भी पक्षी तब तक ही खुश रहता है जब तक कि वह खुले आसमान मे उड़ता रहता है, यदि हम उसे पिंजरे मे बंद कर देंगे तो उसके जीवन की खूबसूरती और उत्साह दोनों ही कम हो जाएंगे । ठीक उसी तरह यदि बच्चे कुछ करना चाहते है किसी नई दिशा मे जाना चाहते है तो हमे उन्हे रोकना नहीं चाहिए | 

अपितु उन्हे आगे बड़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए |तभी वे कामियाबी की उचाईयों तक पहुच पाएगे ,ओर जीवन के अद्भुत सत्य को पाएगे |

अत: उड़ान पंखो से नहीं बल्कि होसलो से होती है |आवशकता है तो सिर्फ प्रेरणा  ओर नया कुछ करने की इच्छाशक्ति की |

रिलेटेड आर्टिकल्स-

उड़ान पंखो से नही बल्कि होसलो से होती है



बच्चो के हाथ मे जैसे ही कोई नए किताब आती है |वे झट से उसे उलटना –पलटना शुरू कर देते है |उनमे एक उतावलापन होता है |चित्र निहारने का ,कविता ओर कहानियो के बारे मे जानने का खेलने-कूदने का आदि बच्चे हर चीज का भरपूर फ़ायदा उठाना चाहते है ।

हमे उन्हे रोकना नहीं चाहिए,क्योंकि कोई भी पक्षी तब तक ही खुश रहता है जब तक कि वह खुले आसमान मे उड़ता रहता है, यदि हम उसे पिंजरे मे बंद कर देंगे तो उसके जीवन की खूबसूरती और उत्साह दोनों ही कम हो जाएंगे । ठीक उसी तरह यदि बच्चे कुछ करना चाहते है किसी नई दिशा मे जाना चाहते है तो हमे उन्हे रोकना नहीं चाहिए | 

अपितु उन्हे आगे बड़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए |तभी वे कामियाबी की उचाईयों तक पहुच पाएगे ,ओर जीवन के अद्भुत सत्य को पाएगे |

अत: उड़ान पंखो से नहीं बल्कि होसलो से होती है |आवशकता है तो सिर्फ प्रेरणा  ओर नया कुछ करने की इच्छाशक्ति की |

रिलेटेड आर्टिकल्स-

उड़ान पंखो से नही बल्कि होसलो से होती है



बच्चो के हाथ मे जैसे ही कोई नए किताब आती है |वे झट से उसे उलटना –पलटना शुरू कर देते है |उनमे एक उतावलापन होता है |चित्र निहारने का ,कविता ओर कहानियो के बारे मे जानने का खेलने-कूदने का आदि बच्चे हर चीज का भरपूर फ़ायदा उठाना चाहते है ।

हमे उन्हे रोकना नहीं चाहिए,क्योंकि कोई भी पक्षी तब तक ही खुश रहता है जब तक कि वह खुले आसमान मे उड़ता रहता है, यदि हम उसे पिंजरे मे बंद कर देंगे तो उसके जीवन की खूबसूरती और उत्साह दोनों ही कम हो जाएंगे । ठीक उसी तरह यदि बच्चे कुछ करना चाहते है किसी नई दिशा मे जाना चाहते है तो हमे उन्हे रोकना नहीं चाहिए | 

अपितु उन्हे आगे बड़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए |तभी वे कामियाबी की उचाईयों तक पहुच पाएगे ,ओर जीवन के अद्भुत सत्य को पाएगे |

अत: उड़ान पंखो से नहीं बल्कि होसलो से होती है |आवशकता है तो सिर्फ प्रेरणा  ओर नया कुछ करने की इच्छाशक्ति की |

रिलेटेड आर्टिकल्स-

Tuesday 4 October 2016

क्या है पत्नियाँ बदलो और मजे करो प्रथा?

Polyamory vs swapping image

भारतीय संस्कृति विश्व में मानवता और विविधताओं के नाम से प्रसिद्ध संस्कृति है | एकता और अखंडता का सर्वशेष्ठ उदाहरण और अनेकता में एकता की बेमिसाल पहचान है | विश्व शक्ति में एक उभरता हुआ राष्ट्र जो किसी पहचान का मोहताज़ नहीं | मगर चिंता का विषय यह है कि आज की नवयुवा पीढ़ी भारतीय संस्कृति को भूल क्यूँ इस वेस्टर्न कल्चर की दीवानी हो रही है | संस्कार और सदाचार जैसे बस नाम ही सुनने को रह गए है | 

वेस्टर्न कल्चर के कुछ उदाहरण जो भारतीय संस्कृति पर आज पूर्णरूप से हावी हो चुके है | शुरुआत हुई वेलेंटाइन डे से (प्यार का दिन) जिसे हर साल आज का युवा अपने लवर पार्टनर के साथ मनाता है और समाज में संस्कार और संस्कृति की सारी हदें  पार कर देता है | बात यहीं ख़त्म नहीं होती है फिर दौर आया “लिव इन रिलेशनशिप” का जो आज के दौर में सर चढ़ कर बोल रहा है, और जाने कितने नवयुवाओं की जान ले रहा है | यही नहीं आज की युवा पीढ़ी इस वेस्टर्न कल्चर के मद में इतनी मदहोश हो गई है कि आज हर प्रकार के नशे को लाइफ स्टाइल और फ़ेशन का नाम दे दिया गया है, और इस काम में महिलायें भी पीछे नहीं है |

                  Source- Lacigreen

एक और नया वेस्टर्न कल्चर जो कि तेजी से भारतीय कल्चर की ओर बढ़ रहा है | इस कल्चर को बहुत ही आदर के साथ भारत में फैलाया जा रहा है | इस वेस्टर्न कल्चर का नाम है “पोलीएमोरी और  स्विंगिंग” जिसे शुद्ध हिंदी में कहते है शादीशुदा लोगों द्वारा आपस में इंटरकोर्स के लिए रजामंदी से  पति-पत्नी बदलना जिसे अमेरिकन सेक्सुअल फ्रीडम कहते है | इसकी शुरुआत हुई अमेरिका में, और वर्तमान में एक सर्वे में 4% से 5% लोग अमेरिका में इस कल्चर का अनुसरण कर रहे है | चूँकि अमेरिका पचास अलग-अलग संस्कृति के राज्यों का समूह है इसलिए अमेरिका में सम्पूर्ण विश्व की सस्कृति बसती है | 

आश्चर्य की बात यह है  कि यह कल्चर विश्व के अनेक देशो में फलफूल रहा है | भारत में भी इसकी शुरुआत मेट्रो सिटीज में हो चुकी है मगर चूँकि भारत में ऐसा कानून न होने की वजह से इस कल्चर का चुपके-चुपके अनुसरण किया जा रहा है | बड़ा ही सोचने का विषय है कि हमारी आने वाली पीढ़ी पर और वर्तमान पीढ़ी पर इन सभी वाहियात रीति-रिवाजों का क्या प्रभाव पड़ रहा है और हमारी संस्कृति को हम कैसे बचा रहे है | यह तो आने वाला वक्त और युवापिढ़ी ही बाताएगी |

सम्बंधित आर्टिकल्स-

क्या है पत्नियाँ बदलो और मजे करो प्रथा?

Polyamory vs swapping image

भारतीय संस्कृति विश्व में मानवता और विविधताओं के नाम से प्रसिद्ध संस्कृति है | एकता और अखंडता का सर्वशेष्ठ उदाहरण और अनेकता में एकता की बेमिसाल पहचान है | विश्व शक्ति में एक उभरता हुआ राष्ट्र जो किसी पहचान का मोहताज़ नहीं | मगर चिंता का विषय यह है कि आज की नवयुवा पीढ़ी भारतीय संस्कृति को भूल क्यूँ इस वेस्टर्न कल्चर की दीवानी हो रही है | संस्कार और सदाचार जैसे बस नाम ही सुनने को रह गए है | 

वेस्टर्न कल्चर के कुछ उदाहरण जो भारतीय संस्कृति पर आज पूर्णरूप से हावी हो चुके है | शुरुआत हुई वेलेंटाइन डे से (प्यार का दिन) जिसे हर साल आज का युवा अपने लवर पार्टनर के साथ मनाता है और समाज में संस्कार और संस्कृति की सारी हदें  पार कर देता है | बात यहीं ख़त्म नहीं होती है फिर दौर आया “लिव इन रिलेशनशिप” का जो आज के दौर में सर चढ़ कर बोल रहा है, और जाने कितने नवयुवाओं की जान ले रहा है | यही नहीं आज की युवा पीढ़ी इस वेस्टर्न कल्चर के मद में इतनी मदहोश हो गई है कि आज हर प्रकार के नशे को लाइफ स्टाइल और फ़ेशन का नाम दे दिया गया है, और इस काम में महिलायें भी पीछे नहीं है |

                  Source- Lacigreen

एक और नया वेस्टर्न कल्चर जो कि तेजी से भारतीय कल्चर की ओर बढ़ रहा है | इस कल्चर को बहुत ही आदर के साथ भारत में फैलाया जा रहा है | इस वेस्टर्न कल्चर का नाम है “पोलीएमोरी और  स्विंगिंग” जिसे शुद्ध हिंदी में कहते है शादीशुदा लोगों द्वारा आपस में इंटरकोर्स के लिए रजामंदी से  पति-पत्नी बदलना जिसे अमेरिकन सेक्सुअल फ्रीडम कहते है | इसकी शुरुआत हुई अमेरिका में, और वर्तमान में एक सर्वे में 4% से 5% लोग अमेरिका में इस कल्चर का अनुसरण कर रहे है | चूँकि अमेरिका पचास अलग-अलग संस्कृति के राज्यों का समूह है इसलिए अमेरिका में सम्पूर्ण विश्व की सस्कृति बसती है | 

आश्चर्य की बात यह है  कि यह कल्चर विश्व के अनेक देशो में फलफूल रहा है | भारत में भी इसकी शुरुआत मेट्रो सिटीज में हो चुकी है मगर चूँकि भारत में ऐसा कानून न होने की वजह से इस कल्चर का चुपके-चुपके अनुसरण किया जा रहा है | बड़ा ही सोचने का विषय है कि हमारी आने वाली पीढ़ी पर और वर्तमान पीढ़ी पर इन सभी वाहियात रीति-रिवाजों का क्या प्रभाव पड़ रहा है और हमारी संस्कृति को हम कैसे बचा रहे है | यह तो आने वाला वक्त और युवापिढ़ी ही बाताएगी |

सम्बंधित आर्टिकल्स-

क्या है पत्नियाँ बदलो और मजे करो प्रथा?

Polyamory vs swapping image

भारतीय संस्कृति विश्व में मानवता और विविधताओं के नाम से प्रसिद्ध संस्कृति है | एकता और अखंडता का सर्वशेष्ठ उदाहरण और अनेकता में एकता की बेमिसाल पहचान है | विश्व शक्ति में एक उभरता हुआ राष्ट्र जो किसी पहचान का मोहताज़ नहीं | मगर चिंता का विषय यह है कि आज की नवयुवा पीढ़ी भारतीय संस्कृति को भूल क्यूँ इस वेस्टर्न कल्चर की दीवानी हो रही है | संस्कार और सदाचार जैसे बस नाम ही सुनने को रह गए है | 

वेस्टर्न कल्चर के कुछ उदाहरण जो भारतीय संस्कृति पर आज पूर्णरूप से हावी हो चुके है | शुरुआत हुई वेलेंटाइन डे से (प्यार का दिन) जिसे हर साल आज का युवा अपने लवर पार्टनर के साथ मनाता है और समाज में संस्कार और संस्कृति की सारी हदें  पार कर देता है | बात यहीं ख़त्म नहीं होती है फिर दौर आया “लिव इन रिलेशनशिप” का जो आज के दौर में सर चढ़ कर बोल रहा है, और जाने कितने नवयुवाओं की जान ले रहा है | यही नहीं आज की युवा पीढ़ी इस वेस्टर्न कल्चर के मद में इतनी मदहोश हो गई है कि आज हर प्रकार के नशे को लाइफ स्टाइल और फ़ेशन का नाम दे दिया गया है, और इस काम में महिलायें भी पीछे नहीं है |

                  Source- Lacigreen

एक और नया वेस्टर्न कल्चर जो कि तेजी से भारतीय कल्चर की ओर बढ़ रहा है | इस कल्चर को बहुत ही आदर के साथ भारत में फैलाया जा रहा है | इस वेस्टर्न कल्चर का नाम है “पोलीएमोरी और  स्विंगिंग” जिसे शुद्ध हिंदी में कहते है शादीशुदा लोगों द्वारा आपस में इंटरकोर्स के लिए रजामंदी से  पति-पत्नी बदलना जिसे अमेरिकन सेक्सुअल फ्रीडम कहते है | इसकी शुरुआत हुई अमेरिका में, और वर्तमान में एक सर्वे में 4% से 5% लोग अमेरिका में इस कल्चर का अनुसरण कर रहे है | चूँकि अमेरिका पचास अलग-अलग संस्कृति के राज्यों का समूह है इसलिए अमेरिका में सम्पूर्ण विश्व की सस्कृति बसती है | 

आश्चर्य की बात यह है  कि यह कल्चर विश्व के अनेक देशो में फलफूल रहा है | भारत में भी इसकी शुरुआत मेट्रो सिटीज में हो चुकी है मगर चूँकि भारत में ऐसा कानून न होने की वजह से इस कल्चर का चुपके-चुपके अनुसरण किया जा रहा है | बड़ा ही सोचने का विषय है कि हमारी आने वाली पीढ़ी पर और वर्तमान पीढ़ी पर इन सभी वाहियात रीति-रिवाजों का क्या प्रभाव पड़ रहा है और हमारी संस्कृति को हम कैसे बचा रहे है | यह तो आने वाला वक्त और युवापिढ़ी ही बाताएगी |

सम्बंधित आर्टिकल्स-

loading...